यहां हर एक अंधा है
कोई भक्ति में कोई विरोध में
यहां हर एक गुलाम है
कोई प्रमाद का कोई विषाद का
यहां हर एक विवादी है
कोई वादी है कोई प्रतिवादी है
पर संतुलित नहीं है कोई
समाधान का हिस्सा नहीं होना चाहता कोई
क्यों कि सबको पता है
वो स्वयं ही अपने स्थान पर अपनों के लिए समस्या है
जिस दिन आप होने लगेंगें समाधान का हिस्सा
आपके आसपास सौंदर्यमय जीवन जन्मने बढ़ने लगेगा
शेष दुनिया के नर्क में भी आपकी प्रेरणा जाती रहेगी
28 august 2022 फेसबुक पर पोस्ट
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