विपरीत दृष्टि को 'पतन' , , 'उत्थान' दिखता है
शातिरों को बड़ा शातिर सदा भगवान दिखता है
ऐब दिखते हैं औरो में अमल में फर्क रखते हैं
आइने में नहीं इनको अपना शैतान दिखता है
जलन में जल गए इतने जला डाला वतन अपना
अल्फलाह के लिए , , जलजला ईमान दिखता है
खातिरेअल्फलाही के
न जाने कामयाबी की इनकी है कौन पैमाईश
जिंदगी जहन्नुम करके दीन परवान दिखता है
गर्द से भर गया ग़रदूं जमीं पर पट गई लाशें
वहशतों दहशतों में कौन सा सम्मान दिखता है
हरकते कायराना को शबाबे-दीन मत समझो
नजरें खुदा ये कारनामा अहमकान दिखता है
बेशर्मी की हद होती है
इनके आगे वह भी रोती है
ऐतबार तो कोई न करता
बदकारी इनको ढोती है
सिर्फ नफरते और नफरते
मक्कारी से शब होती है
बाल सुअर का पड़ा दीद में
इनको लगता वह मोती है
जबजब मोदी का यश होता
खुल जाती इनकी धोती है
मम

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